चीफ जस्टिस पर जूता उछालने वाले वकील के खिलाफ कड़ा एक्शन — बार काउंसिल ने उठाया बड़ा कदम |
⚖️ मुख्य खबर:
देश की न्यायपालिका में उस समय सनसनी फैल गई जब एक वकील ने अदालत की कार्यवाही के दौरान माननीय चीफ जस्टिस पर जूता उछाल दिया।
यह घटना अदालत की मर्यादा और न्यायिक अनुशासन पर गंभीर चोट मानी जा रही है।
बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने इस घटना को “अत्यंत निंदनीय और पेशेवर आचरण के खिलाफ” बताया है और संबंधित वकील के लाइसेंस को निलंबित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
⚖️ बार काउंसिल का बयान:
“ऐसा आचरण पूरे वकील समुदाय की प्रतिष्ठा को ठेस पहुँचाता है। अदालत की गरिमा सर्वोपरि है। इस तरह की घटनाओं के लिए शून्य सहनशीलता रखी जाएगी।”
— बार काउंसिल प्रवक्ता
⚖️ कानूनी पहलू:
अदालत में अपमानजनक व्यवहार करना या न्यायिक कार्यवाही में बाधा डालना Contempt of Court Act, 1971 के अंतर्गत दंडनीय अपराध है।
इस वकील के खिलाफ अवमानना कार्यवाही (Contempt Proceedings) भी शुरू होने की संभावना है।
न्यायपालिका की गरिमा और अदालत की प्रतिष्ठा की रक्षा हर अधिवक्ता का पहला कर्तव्य होना चाहिए।
असहमति या विरोध दर्ज कराने के वैधानिक रास्ते हैं — लेकिन “जूता उछालना न्याय का अपमान है”।
📢 निष्कर्ष:
बार काउंसिल की यह कार्रवाई एक सख्त संदेश देती है कि अदालतों में अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
आने वाले दिनों में इस केस की हर अपडेट लेकर आपके सामने उपस्थित होगी।
